Primary memory को Main Memory भी कहा जाता है। प्राथमिक मेमोरी कंप्यूटर मेमोरी है जिसे सीधे सीपीयू द्वारा एक्सेस किया जाता है। इसमें कई प्रकार की मेमोरी शामिल है, जैसे प्रोसेसर कैश और सिस्टम रोम। Primary memory दो प्रकार होते हैं:-
- रैम(RAM)
- रोम (ROM)
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01: रैम(RAM)
RAM का पूरा नाम रैंडम एक्सेस मेमोरी है । इसके कुछ विशेषताएं है जैसे यह एक अस्थाई मेमोरी होती है यानि इसमें स्टोर डाटा कंप्यूटर बंद होने पर डिलीट हो जाती है। RAM से डिलीट किया गया डाटा दोबारा रिकवर नहीं किया जा सकता है। इस मेमोरी को (Volatile Memory) भी कहा जाता है।
हर बार जब आप अपना कंप्यूटर शुरू करते हैं, तो ऑपरेटिंग सिस्टम को सेकंडरी मेमोरी (जैसे हार्ड ड्राइव) से प्राथमिक मेमोरी या रैम में लोड किया जाता हैं। इसी तरह, जब भी आप अपने कंप्यूटर में कोई एप्लिकेशन लॉन्च करते हैं, तो वह रैम में लोड होता हैं।
हलाकि ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन को हमेसा Primary memory में लोड किया जाता है, क्योंकि स्टोरेज डिवाइस की तुलना में रैम को बहुत तेजी से एक्सेस किया जा सकता है। वास्तव में, सीपीयू और रैम के बीच डेटा को हार्ड ड्राइव की तुलना में सौ गुना अधिक तेजी से स्थानांतरित किया जा सकता है।
रैम में डेटा लोड करने से, प्रोग्राम काफी तेजी से चल सकते हैं और सेकंडरी मेमोरी( Secondary memory ) से एक्सेस किए जाने वाले डेटा की तुलना में अधिक उत्तरदायी होता हैं।
- Dynamic RAM
- Synchronous RAM
- Static RAM
Dynamic RAM:
इसे DRAM के नाम से जाना जाता है। डीरैम में डेटा मेमोरी सेल में स्टोर होता है। प्रत्येक मेमोरी सेल में एक कैपेसिटर होता है, जिसमें थोडा थोडा डेटा स्टोर किया जाता है लेकिन लगभग 4 मिलि सेकेन्ड के बाद मेमोरी सेल नियंत्रक मेमोरी को रिफ्रेश कर रहते हैं। अर्थात रीराइट करते हैं, जिसके कारण DRAM काफी धीमी होती है, लेकिन अन्य मेमोरी के मुक़ाबले यह कम बिजल खाती है और लंबे समय तक खराब नहीं होती है।
Synchronous RAM:
सिंक्रोनस रैम डायनामिक रैम से ज्यादा तेज होता है क्योंकि यह डायनामिक रैम से ज्यादा तेजी से रिफ्रेश होती है। यह ज्यादा तेजी से डेटा स्थानांतरित कर पाती है क्योंकि सिंक्रोनस CPU क्लॉक स्पीड के साथ रिफ्रेश होती है।
Static RAM:
स्टेटिक रैम का शॉर्ट नाम SRAM है। स्टेटिक रैम बहुत कम रिफ्रेश होती है लेकिन यह डाटा को मेमोरी में अधिक समय तक रखती है। यह डाटा को तब तक स्टोरी रखती है जब तक सिस्टम को करंट मिलती रहता है। यह बहुत तेजी से डाटा को एक्सेस करता है। और SRAM जब तक रिफ्रेश नहीं होता है तब तक डाटा स्टोर रहता है। और इसे ही कैश रैम भी कहा जाता है।
02: रोम (ROM)
ROM एक स्थाई मेमोरी है जिसका पूरा नाम रीड ओनली मेमोरी है। इसे तैयार करते समय जो डाटा या प्रोग्राम स्टोर किए जाते हैं। वह कभी खत्म नहीं होते हैं। कंप्यूटर बंद हो जाने के बाद भी रोम में स्टोर डाटा डिलीट नहीं होता है। इसे नॉन-वोलेटाइल मेमोरी भी कहते हैं। RAM की तरह ROM भी तीन प्रकार के होते है लेकिन इसके नाम अलग है:
- Programmable Read-Only Memory
- Erasable Programmable Read-Only Memory
- Electrical Programmable Read-Only Memory
01: Programmable Read Only Memory:
प्रोग्रामएबल रीड ओनली मेमोरी को PROM कहते हैं। इसकी विशेषता यह है कि इसमें सिर्फ और सिर्फ एक बार ही डाटा स्टोर किया जाता है। इसे बाद में नहीं तो मिटाया जा सकता है और ना ही रिप्लेस किया जा सकता है।
02: Erasable Programmable Read Only Memory:
Erasable Programmable Read Only Memory जिसे EPROM कहते हैं। यह PROM की तरह ही है लेकिन इसमें नए प्रोग्राम स्टोर किया जा सकता है परंतु स्टोर किये गए प्रोग्राम को डिलीट करने के लिए पराबैगनी किरणें (ultraviolet rays) का ही प्रयोग किया जाता है
03: Electrical Programmable Read Only Memory :
इलेक्ट्रिकल प्रोग्राममेबल रीड ओनली मेमोरी जिसे (EEPROM) है, यह एक नई तकनीक ई-प्रोप्रोम (ईईपीरोम) है, जो प्रोग्राम को सही तरीके से विधुतीय विधि के माध्यम से मिटाया जा सकता है